गलवान घाटी में हुई मुठभेड़ के बाद भारत में कितना कोहराम मचा हुआ है। हमारे विदेश मंत्री, रक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री को सफाई पर सफाई देनी पड़ रही हैं। प्रधानमंत्री कार्यालय को प्रधानमंत्री की सफाई को और भी साफ-सूफ करना पड़ रहा है, विरोधी दल ऊटपटांग और भोले-भाले सवाल किए जा रहे हैं और भारत की जनता है कि उसका पारा चढ़ा जा रहा है। वह जगह-जगह प्रदर्शन कर रही है, चीनी राष्ट्रपति के पुतले जला रही है, चीनी माल के बहिष्कार की आवाज़ें लगा रही है।
मोदी के लिए मुसीबत बन सकता है गलवान पर दिया बयान; चुप क्यों बैठा है चीन?
- विचार
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- 22 Jun, 2020

मोदी ने चीन के खिलाफ एक शब्द भी नहीं बोला। यानी चीन ने कुछ किया ही नहीं है। यह बयान नरेंद्र मोदी का नहीं, चीनी राष्ट्रपति शी चिन पिंग का-सा लगता है। उन्होंने नहीं लेकिन उनके प्रवक्ता ने यही कहा है कि चीन ने किसी रेखा का उल्लंघन नहीं किया है। यानी अभी तक देश को यह ठीक-ठाक पता ही नहीं है कि गलवान घाटी में हुआ क्या है?
हमारे कई टीवी एंकर गुस्से में अपना आपा खो बैठते हैं। हमारे 20 जवानों की अंतिम-यात्राओं के दृश्य देखकर करोड़ों लोगों की आंखें आंसुओं से भर जाती हैं। लेकिन हम जरा देखें कि चीन में क्या हो रहा है?