कुछ इतिहासकार मानते हैं कि नेपोलियन बोनापार्ट वॉटरलू का युद्ध न हारा होता यदि 18 जून, 1815 को उसका पेट खराब न हुआ होता। उसे रात से ही दस्त होने लगे जिससे सेना ने उस दिन देर से कूच किया और दोपहर तक मार्शल ब्लुचर अपनी टुकड़ी के साथ वेलिंग्टन की सेना से मिल कर युद्ध में भारी पड़ गया।
कोविड के बाद बढ़ती बेरोज़गारी बन सकती है मोदी का वॉटरलू!
- विचार
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- 24 Oct, 2020

कौन सी अर्थव्यवस्था है जिसमें उसकी तो नौकरी चली जाती है, लेकिन उसके उत्पादन, विपणन और प्रबंधन में न रहने के बावजूद अंबानी कहाँ से हर घंटे 90 करोड़ कमा लेते हैं? क्या ईंटा-गारा ढोना या शारीरिक श्रम करना मेरिट में नहीं आता?