हंगामे का रास्ता हमेशा ही सबसे आसान होता है, लेकिन उसे लेकर अगर कोई ठोस नीति बनानी हो तो हंगामे के पीछे की सारी भावना ठंडी पड़ जाती है। मध्य प्रदेश में गौ-रक्षा के नाम पर जो हो रहा है उसे देख कर यह अच्छी तरह से समझा जा सकता है। यही वजह है कि मध्य प्रदेश में हुई गौ-कैबिनेट की चर्चा जितनी उसकी बैठक से पहले हुई, बैठक के बाद उतनी नहीं हुई क्योंकि उसमें ऐसा कुछ हुआ ही नहीं कि कोई बड़ी चर्चा हो सके। सिवाय इसके कि राज्य सरकार अपनी ढेर सारी गौशालाएँ चलाने के लिए लोगों पर टैक्स लगाएगी।