भारतवर्ष गत कई दशकों से पाक प्रायोजित आतंकवाद का शिकार रहा है। पाकिस्तान द्वारा प्रेषित आतंकियों ने जहाँ सैन्य ठिकानों, सैन्य कर्मियों और उनके परिजनों पर हमले किये वहीं मुंबई में रेलवे स्टेशन व ताज होटल जैसे सार्वजनिक स्थलों पर 26/11 जैसा बड़ा हमला कर अपने दुस्साहस का परिचय देने की भी कोशिश की। परन्तु इनके अलावा पाकिस्तानी आतंकी आक़ाओं ने देश के रघुनाथ मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, संकटमोचन मंदिर व अयोध्या जैसे कई प्रमुख पवित्र धर्मस्थलों को भी निशाना बनाया।
जो काम पाकिस्तान नहीं कर पाया, उसे इन लोगों ने पूरा कर दिया
- विचार
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- 29 Mar, 2025

भारतीय समाज में जो विघटन पाकिस्तान तीन दशकों में पैदा नहीं कर सका वह काम भारत में ही रहने वाले 'स्वयंभू राष्ट्रवादियों' ने महज़ एक दशक के भीतर ही नफ़रत फैलाकर कर डाला।
राजनैतिक विश्लेषकों द्वारा उस समय यह लिखा व कहा जाता था कि पाकिस्तान व उसके पोषित गुर्गों द्वारा भारत में धर्मस्थलों को इसलिये निशाना बनाया जा रहा है ताकि भारत में हिन्दुओं व मुसलमानों के बीच नफ़रत की खाई गहरी की जा सके। देश के इन दोनों समुदायों के बीच नफ़रत व हिंसा का माहौल पैदा किया जा सके। परन्तु देश में साम्प्रदायिक शक्तियों की सक्रियता तथा पाकिस्तान के तमाम कुत्सित दुष्प्रयासों के बावजूद हमारे देश में साम्प्रदायिक एकता व सद्भाव पूरी मज़बूती से बरक़रार था।