अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल पर गत 15 अगस्त को क्रूर तालिबानों के बलात क़ब्ज़े के बाद उनके द्वारा एक बार फिर यह घोषणा की गयी है कि अफ़ग़ानिस्तान में शरिया क़ानून लागू किया जायेगा। इसलामी शरीयत (क़ायदे/क़ानूनों) की नीतियों के अनुसार चलने वाली व्यवस्था को आम तौर पर शरिया या शरिया क़ानून कहा जाता है।