डेढ़ माह से ज़्यादा वक़्त से भीषण ठंड में भी जारी किसान आंदोलन जीने और मरने की लड़ाई में तब्दील हो गया है। मुद्दा न तो केवल एमएसपी के कानूनी अधिकार का है, न ही तीनों कानून ख़त्म करने भर का। देश की आर्थिक रीढ़ बनी कृषि में, जो आज भी 55 करोड़ लोगों की मजदूरी और 62 प्रतिशत लोगों के व्यवसाय का सहारा है, 70 वर्षों बाद भी केवल 42 प्रतिशत सिंचित जमीन है।