"योगी सरकार डरपोक और अलोकतांत्रिक है!" बीते शनिवार को यह कहकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गाँधी वाड्रा ने एक बार फिर बीजेपी की प्रदेश सरकार को ललकारा। उन्हीं के निर्देश पर इस दिन वाराणसी के कांग्रेस नेता अजय राय ने पुलिस के साथ झड़प में अपने सहयोगियों सहित गिरफ्तारी दी।
योगी के अंगने में प्रियंका का क्या काम है?
- विचार
- |
- अनिल शुक्ल
- |
- 15 Jun, 2020


अनिल शुक्ल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की उत्तर प्रदेश में सक्रियता से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी दोनों ही उत्साहित हैं। क्योंकि वे मानते हैं कि प्रदेश में कांग्रेस के उभार का अर्थ है - बीजेपी की सत्ता में वापसी की गारंटी। एसपी और बीएसपी इससे ज़रूर चिंतित हैं और कांग्रेस के उभार में वे अपनी हार देखते हैं। वैसे भी पिछले साल भर से ये दोनों पार्टियां सिर्फ़ ट्विटर कला में ही ज़ोर-आज़माइश कर रही हैं।
यूपी में पिछले 10-11 महीनों में प्रियंका गांधी की सक्रियता जिस तरह से बढ़ रही है, उससे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बीजेपी आलाकमान बेहद उत्साहित हैं लेकिन समाजवादी पार्टी (एसपी) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) इससे बुरी तरह डरे हुए दिखते हैं। यही वजह है कि पहली बार इन तीनों दलों में बीजेपी विरोध की 'एका' की भावना का पूर्णतः लोप दिख रहा है।