10 सितंबर 1928 को साबरमती आश्रम में एक विशेष आयोजन था। आश्रम के युवक संघ ने रूसी लेखक लेव तोलस्तोय के जन्म शताब्दी समारोह का आयोजन किया था। महात्मा गाँधी इस मौके पर तोलस्तोय को 'सत्य की मूर्ति' बताते हुए कहा-