भाजपा ने अंतिम क्षणों में अपने आप को बचा लिया! कांग्रेस ख़ुद को नहीं बचा पाई! कमलनाथ अपनी पुरानी पार्टी में ही बने रहेंगे! हो सकता है कि लोकसभा चुनाव संपन्न होने तक प्रधानमंत्री के साथ उनकी मुलाक़ात के नए चित्र मीडिया में नज़र नहीं आएँ। कमलनाथ को किन कारणों से कांग्रेस में ही रुकना पड़ा उसका खुलासा आसानी से नहीं हो पाएगा।