मध्य प्रदेश का इंदौर शहर इन दिनों काफ़ी चर्चा में है। हक़ भी बनता है! कोरोना संकट के पहले तक लगभग तीस लाख की आबादी वाला यह ‘मिनी बम्बई’ सफ़ाई में चौथी बार देश में नम्बर वन आने की तैयारियों में जुटा था। लेकिन कोरोना ने एक ही झटके में इंदौर के चेहरे से उस हिजाब को हटा दिया जहाँ हक़ीक़त में कोई भी हाथ नहीं लगा पा रहा था। उजागर हुआ कि जिन इलाक़ों में सफ़ाई हो रही थी वहाँ सबसे कम गंदगी थी और जहाँ सबसे ज़्यादा कचरा है, वहाँ कोई भी हुकूमत गलियों के अंदर तक कभी पहुँची ही नहीं।