भारत में अल्पसंख्यकों के साथ कोई भी गड़बड़ होती है तो वह विपक्षी नेताओं की बंदूक में बारुद का गोला बनकर बरसने लगती है। उसे बढ़ा-चढ़ाकर प्रचारित किया जाता है और अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी भारत को नहीं बख्शा जाता। इसका यह अर्थ कतई नहीं कि भारत के अल्पसंख्यकों के साथ कोई अन्याय नहीं होता।
पड़ोसी देशों में कैसी है अल्पसंख्यकों की हालत?
- विचार
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- 3 Nov, 2021

पाकिस्तान और बांग्लादेश की सरकारें काफी सतर्क हैं। वहां अल्पसंख्यकों के मंदिरों और गिरजों पर हमले होते हैं तो वे उनकी रक्षा करने की भरपूर कोशिश करते हैं लेकिन उनसे कोई पूछे कि उनके देशों में अल्पसंख्यकों की संख्या दिनों-दिन घटती क्यों जा रही है?
अन्याय कई शक्लों में होता है और वह जब उतरता है तो जाति, मजहब, भाषा और प्रांत वगैरह की सीमाएं लांघ जाता है।
यदि आप अल्पसंख्यक हैं तो जाहिर है कि अन्यायकर्ता को जुल्म करते हुए ज्यादा डर नहीं लगता लेकिन ज़रा हम यह भी देखें कि अपने पड़ोसी देशों में अल्पसंख्यकों की दशा कैसी है?