सवाल है कि आख़िर वुहान में फटे कोरोना ज्वालामुखी के बाद विकसित देशों और ख़ासकर अमेरिकी मीडिया ने चीन के ख़िलाफ़ मोर्चा क्यों खोल रखा है? चीन को सारी दुनिया में खलनायक बनाकर क्यों पेश किया जा रहा है? क्या इसका कोई सियासी मक़सद भी है?