सुंदरलाल बहुगुणा जी का अवसान एक युग के समाप्त होने जैसा है। आज ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में प्रख्यात पर्यावरणविद पद्म विभूषण वृक्ष मित्र नाम से विख्यात सुंदरलाल बहुगुणा ने 94 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। इसकी जानकारी उनके पुत्र वरिष्ठ पत्रकार राजीव नयन बहुगुणा ने सोशल मीडिया के द्वारा दी।
सुंदरलाल बहुगुणा: हिमालय ने अपना सच्चा महान पुत्र आज खो दिया
- श्रद्धांजलि
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- 21 May, 2021

ऋषिकेश के एम्स अस्पताल में प्रख्यात पर्यावरणविद पद्म विभूषण वृक्ष मित्र नाम से विख्यात सुंदरलाल बहुगुणा ने 94 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली।
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रहे देश के वरिष्ठतम गांधीवादियों में शुमार बहुगुणा को 1970 के दशक में अविभाजित उत्तर प्रदेश के गढ़वाल मंडल में शुरू किए गए चिपको आंदोलन का प्रणेता माना जाता है। चिपको आंदोलन पेड़ों को बचाने की एक अनूठी विश्व व्यापी जागरूकता की मुहिम बन गया था। यहाँ मनुष्य और प्रकृति के बीच अनूठे प्रेम को दर्शाता पहाड़ की महिलाओं द्वारा वृक्षों से चिपक कर उनको बचाने की पहल का दृश्य बहुत मार्मिक था।