पूर्वोत्तर के सबसे शांत प्रदेश मेघालय में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अब अलग गारोलैंड राज्य की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस मांग के समर्थन में हाल में तूरा में एक रैली का आयोजन किया गया जिसमें हजारों लोगों ने हिस्सा लिया। मेघालय के पश्चिमी हिस्से में रहने वाले स्वदेशी गारो लोगों का प्रतिनिधित्व करने का दावा करने वाले गारोलैंड हिल्स स्टेट मूवमेंट कमेटी (जीएचएसएमसी) और नेशनल फेडेरेशन फॉर न्यू स्टेट्स (एनएफएनएस) के बैनर तले आयोजित इस रैली की कामयाबी से गदगद इन संगठनों ने अब दिल्ली में संसद के शीतकालीन अधिवेशन के दौरान जंतर मंतर पर दो-दिवसीय धरना और प्रदर्शन आयोजित करने का ऐलान किया है।
मेघालय में चुनाव से पहले तेज होगी गारोलैंड राज्य की मांग!
- मेघालय
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- 10 Nov, 2022

अलग गारो राज्य की मांग क्यों हो रही है? क्या इसलिए कि राज्य की सत्ता में रहने वाले राजनीतिक दल गारो इलाक़े की उपेक्षा करते रहे हैं? क्या चुनाव से पहले यह मांग फिर से जोर पकड़ेगा?
एनएफएनएस के अध्यक्ष प्रोफेसर मुनीष तामंग कहते हैं, ‘हम अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ दिल्ली जा कर केंद्र के सामने अपनी मांग उठाएंगे। अलग राज्य की हमारी मांग गैर-कानूनी नहीं है और यह राज्य के पश्चिमी हिस्से में रहने वाले लोगों का पुराना सपना है। हमारा नारा है एक राष्ट्र, कई राज्य।’ उनका दावा है कि अलग गारोलैंड राज्य की मांग को देश भर के विभिन्न संगठनों का समर्थन मिल रहा है।