आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने देश में विविधता पर जोर दिया है और कहा है कि यह हमारे देश की ताक़त है। उन्होंने कहा है कि देश की प्रगति के लिए हिंदू-मुस्लिम एकता ज़रूरी है। भागवत ने कहा कि कुछ समुदाय बाहर से आए थे और हम उनसे लड़े जो उन्हें लेकर आए। उन्होंने कहा कि लेकिन वे अब 'अपने' हैं और यह हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है कि अगर कोई कमी है तो उनकी सोच को बदलें। संघ प्रमुख का यह बयान गुरुवार को नागपुर में संघ शिक्षा वर्ग के एक समारोह में आया।
कुछ बाहरी आए, पर अब अपने हैं, एकता ज़रूरी: भागवत
- महाराष्ट्र
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- 2 Jun, 2023
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने फिर से बाहरी और मुसलमानों को लेकर एक बयान दिया है। जानिए उन्होंने अब क्या कहा और क्या नसीहत दी।

आरएसएस प्रमुख ने कहा, 'कुछ संप्रदाय बहार से आए। उनको लाने वाले जो बहार से थे, उनके साथ हमारी लड़ाइयाँ हुईं। लेकिन वो बहार वाले तो चले गए, सब अंदर वाले हैं। तो उन बाहर वालों का संबंध भुलकर इस देश में रहना, और अभी भी वहां के प्रभाव में यहां जो लोग हैं वो बहार वाले नहीं वो अपने ही हैं, ये समाज का उनके साथ व्यवहार करना। अगर उनके सोचने में कोई कमी है तो उनका योग्य प्रबोधन करना, हम सबकी जिम्मेवारी है।'