देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में कोरोना संक्रमण के आँकड़े तो डर पैदा करने वाले हैं लेकिन कोरोना के ख़िलाफ़ लड़ाई में कुछ नतीजे ऐसे भी नज़र आने लगे हैं जिनको लेकर ये आशाएँ जगने लगी हैं कि शायद लड़ाई सही दिशा में जा रही है और आने वाले समय में इस बीमारी से राहत तो मिलेगी। यह सच है कि महानगर में आज भी क़रीब पचास लाख लोग कन्टेनमेंट ज़ोन में अपने घरों में कैद हैं लेकिन मध्य मुंबई के एक बड़े हिस्से में कोरोना का ग्राफ़ अब हर दिन नीचे गिरता जा रहा है। नए मामले जो आ रहे हैं अब वह उत्तर  मुंबई या उसके उपनगरों से हैं और महानगर का कुल आँकड़ा कम नहीं हो रहा। मुंबई में प्रशासन को जो बड़ी सफलता मिली है वह है एशिया की सबसे बड़ी स्लम धारावी में। पहले की तुलना में कोरोना वायरस के मामले अब काफ़ी कम हो गए हैं।