महाराष्ट्र सरकार एक नया कानून पेश करने की कोशिश कर रही है। यदि यह लागू हो गया, तो यह किसी भी व्यक्ति या संगठन को किसी भी विषय पर सरकार के खिलाफ बोलने से रोक देगा। इस कानून के संबंध में आपत्तियाँ और सुझाव जमा करने की अंतिम तिथि 1 अप्रैल, 2025 है। यह कानून महाराष्ट्र सरकार को असीमित शक्तियाँ देगा। मौजूदा मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने पिछले साल इस विधेयक को सदन में बतौर डिप्टी सीएम पेश किया था लेकिन अब वो सीएम बन गए हैं और इस बिल को हर हालत में पास कराना चाहते हैं। खासतौर से यह कानून अर्बन नक्सलियों को सबक सिखाने के लिए तैयार किया गया। महाराष्ट्र में इसका विरोध शुरू हो गया है।
बीजेपी ने यह कानून महाराष्ट्र में पास करा लिया तो समझो मुंह पर ताले लग जाएंगे
- महाराष्ट्र
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- सत्य ब्यूरो
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- 15 Mar, 2025
बीजेपी की इस कोशिश को देखिए। महाराष्ट्र में कथित 'शहरी नक्सल' खतरे को रोकने के लिए महाराष्ट्र विशेष सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम, 2024 विधेयक पास कराने की कोशिश हो रही है। यह विधेयक नागरिकों के मौलिक अधिकारों को कमजोर कर देगा। आसान भाषा में कह सकते हैं कि लोग सरकार के खिलाफ एक शब्द न बोल पाएंगे और न लिख पाएंगे। जानिये पूरा विधेयक और उसका विरोध क्यों हो रहा है।

हालांकि प्रस्तावित कानून का नाम "महाराष्ट्र विशेष सार्वजनिक सुरक्षा अधिनियम" है, लेकिन यह वास्तव में सार्वजनिक सुरक्षा सुनिश्चित करने वाला नहीं कहा जा सकता। हकीकत में, यह कुछ मूलभूत लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ जाता है। इसके कुछ प्रावधान देखिए: