विश्वव्यापी महामारी कोरोना के संक्रमण काल में जब अधिकांश लोग स्वयं और अपने परिवार की जान की चिंता करते नज़र आ रहे हैं, ऐसे कठिन दौर में खुद की जान की बाजी लगाने वाले ‘कोरोना वारियर्स’ की भी कमी नहीं है। ‘कोविड 19’ की जंग के ‘एक सिपाही’ ने मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में मानवता की अनूठी मिसाल पेश की है। कोरोना संक्रमण से एक शख़्स की मौत के बाद उसकी बाॅडी को जब परिजनों ने लेने से मना कर दिया तो लावारिस हो चुके शव को जिला प्रशासन के अफ़सर ने मुखाग्नि दी।