मध्य प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की आहट सुनाई पड़ रही है। दरअसल, सत्ता के संघर्ष के ‘खेल’ में अब राज्यपाल और विधानसभा स्पीकर के बीच ‘ठन’ गई है। राजभवन और विधानसभा स्पीकर के बीच चल रही इस रस्साकशी में कमलनाथ सरकार के भविष्य को लेकर ढेरों सवाल खड़े हो रहे हैं। राज्यपाल या विधानसभा स्पीकर में से किसकी चलेगी, जल्द साफ हो जायेगा। वैसे, राजभवन जिस तरह का रवैया अपना रहा है, उससे सूबे में राष्ट्रपति शासन लगने की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
मप्र: भारी उथल-पुथल के बीच राष्ट्रपति शासन लगने की आहट!
- मध्य प्रदेश
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- 16 Mar, 2020

मध्य प्रदेश में चल रही जोरदार राजनीतिक उथल-पुथल के बीच अब राष्ट्रपति शासन की आहट सुनाई पड़ रही है।
राज्यपाल लालजी टंडन शनिवार से एक्शन में हैं। शनिवार की रात उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ को पत्र भेजकर कहा था, ‘बजट सत्र के पहले दिन राज्यपाल के अभिभाषण के ठीक बाद फ्लोर टेस्ट कराया जाये।’ महामहिम ने कांग्रेस विधायकों के विद्रोह के बाद नंबर गेम में पिछड़ गई नाथ सरकार के अल्पमत में होने का अंदेशा भी जताया था।