क्या भारतीय जनता पार्टी की मध्य प्रदेश सरकार समुदाय विशेष को निशाने पर ले रही है और समुदाय के लोगों को झूठे मामलों में फंसा रही है? ये सवाल इसलिए उठ रहे हैं कि पुलिस कॉमेडियन मुनव्वर फ़ारूक़ी के ख़िलाफ़ कोई साक्ष्य नहीं पेश कर रही है, वह केस डायरी तक अदालत में नहीं रख सकी, लेकिन ज़मानत याचिका का विरोध कर रही है। फ़ारूक़ी, कार्यक्रम के संयोजक और दूसरे लोगों को इंदौर की जेल में रखा गया है।