मध्य प्रदेश में ‘व्यापमं फर्जीवाड़ा अगेन’ की सनसनीखेज परतें एक के बाद एक खुलना शुरू हो गई हैं। कर्मचारी चयन मंडल (व्यावसायिक परीक्षा मंडल का नया नाम) द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा के हाल ही में घोषित परीक्षा परिणामों में टॉप करने वाली लड़की के पास इस बात का जवाब नहीं है, ‘मध्य प्रदेश में कुल कितने जिले हैं।’
राज्य में 3 हजार 555 पटवारी पदों के लिए इसी साल मार्च-अप्रैल में हुई परीक्षाओं का परिणाम 30 जून को घोषित हुआ है। जुलाई के दूसरे सप्ताह में मेरिट लिस्ट जारी हुई है। कुल 10 टॉपरों की लिस्ट में 7 ग्वालियर-चंबल संभाग से हैं। इन सभी ने एक ही सेंटर से परीक्षा दी। परीक्षा सेंटर भाजपा के एक मौजूदा विधायक संजीव सिंह का कॉलेज रहा।
ताजा ख़बरें
परीक्षा परिणाम और विशेषकर मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद से बवाल मचा हुआ है। फर्जीवाड़े के आरोप लग रहे हैं। परीक्षा में 12 लाख से ज्यादा अभ्यार्थी बैठे थे। राज्य भर में परीक्षाओं में धांधली के आरोपों के साथ वे अब सड़कों पर हैं। आंदोलन-प्रदर्शन हो रहे हैं।
विधानसभा चुनाव के ठीक पहले कांग्रेस को बैठे-बैठे मुद्दा मिला है। वह बेहद आक्रामक है। पटवारी भर्ती घोटाले को व्यावसायिक परीक्षा मंडल घोटाले का नया रूप बताते हुए पार्टी हर दिन कोई न कोई नये आरोप को लेकर सरकार को कठघरे में खड़ा कर रही है। मीडिया भी छानबीन में जुटा है। नित-नए तथ्यों को खोजकर जनता के सामने रख रहा है।
पटवारी भर्ती परीक्षा की टॉपर लिस्ट में तीसरा स्थान हासिल करने वाली पूनम राजावत का एक वीडियो सोमवार से वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में (सत्य हिन्दी इसकी पुष्टि नहीं करता है) एक कथित मीडिया वाला माइको हाथों में थामे हुए उससे सवाल कर रहा है, ‘नर्मदापुरम संभाग में आने वाले जिले कौन से हैं? इस सवाल का जवाब जवाब देते हुए टॉपर बार-बार अटक रही है। आनाकानी कर रही है। कई बार अपना सिर भी पकड़ती दिख रही है।’
आगे ‘रिपोर्टर’ उससे दूसरा सवाल करता है, मध्य प्रदेश में कुल कितने जिले हैं? यह सवाल कई बार दोहराता है! टॉपर अटकती है। ऑनकैमरा कहती है, ‘प्लीज बंद करिये कैमरा। एक अवसर पर वायरल वीडियो में वह यह कहती हुई भी दिखलाई पड़ रही है, उसे अब इन सवालों का जवाब याद नहीं है।’
मार्च में दिव्यांग, अब पूरी तरह से फिट
पड़ताल में दो केसे ऐसे भी सामने आये हैं, जिनमें पटवारी परीक्षा में अभ्यार्थी दिव्यांग थे, और बाद में फिट हो गए हैं। ऐसे दो मामलों में एक का नाम मुकेश गुर्जर है, वह पटवारी भर्ती परीक्षा में ‘दिव्यांग’ परीक्षार्थी के तौर पर परीक्षा में शामिल हुआ था और अब वन रक्षक भर्ती परीक्षा में फिट अभ्यार्थी के तौर पर एग्जाम दिया। मुकेश का चयन समग्र विकास विस्तार अधिकारी के तौर पर हुआ है।ऐसे ही आकाश शर्मा पटवारी भर्ती परीक्षा की टॉपर लिस्ट में दिव्यांग उम्मीदवार के तौर पर 8वें स्थान पर रहे हैं। उन्होंने पटवारी भर्ती एग्जाम दिव्यांग अभ्यार्थी के रूप में दिया और वन रक्षक की परीक्षा फिट उम्मीदवार के तौर पर दी।
दो सगे भाइयों की उम्र में 6 दिनों का अंतरः मुरैना जिले की जौरा तहसील के रहने वाले प्रवीण त्यागी और मनोज त्यागी पटवारी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। इन दोनों सगे भाइयों की उम्र में मात्र 6 दिनों का अंतर है। यह वही जौरा तहसील है, जिसमें पटवारी भर्ती परीक्षा में कुल 21 सफल अभ्यार्थियों में 15 दिव्यांग हैं।
15 लाख देकर नौकरी पाने वाले वीडियो चर्चा में
दो अन्य वायरल वीडियो भी सोमवार को चर्चा का केन्द्र रहे। एक ही लड़की ने दोपहर को वीडियो कर कुछ कहा और शाम को पलट गई। उसके वीडियो पर राजनीति भी हुई। कांग्रेस ने वीडियो को टैग करते हुए जांच की मांग की। कुछ देर बाद भाजपा ने कांग्रेस को फर्जीवाड़ा करने और गलत लड़की का वीडियो जारी करने का आरोपी करार दिया।दरअसल दोपहर में वायरल हुए वीडियो में एक लड़की अपने आप को मधुलता गड़वाल बताया। उसका कहना है, ‘मेरे बारे में चर्चा है कि मैंने नौकरी पाने के लिए 15 लाख दिए।’ इस कथन (15 लाख दिए) के बाद स्वयं ही सवाल उठाते हुए आगे कह रही है, ‘क्या कोई ऐसे ऑफर आपको दे तो आप नहीं मानेंगे!’ वीडियो में वह आगे कह रही है, ‘मैं आप लोगों से यही कहूंगी कि यह एग्जाम कैंसिल नहीं कीजिए। आप मुझे पोस्ट, कुछ भी मत दीजिए। हम लोगों की वजह से बाकी लोगों को कुछ न हो।’
शाम होते-होते इसी वीडियो से जुड़ा नया वीडियो सामने आया। दोपहर में 15 लाख देकर नौकरी पाने की बात कहने वाली लड़की शाम को पलट गई। दूसरे वीडियो में उसने कहा, ‘उसने मजाक में वीडियो बनाया था। अंजान शख्स ने वायरल कर दिया। इसे आगे वायरल नहीं किया जाये। वह वीडियो वायरल करने वाल के विरूद्ध पुलिस में रिपोर्ट करने वाली है।’
वीडियो को लेकर मीडिया ने जब मधुलता से संपर्क साधा तो उसने कहा, ‘यह किसी की शरारत है। उसकी तस्वीर लगाकर किसी ने वीडियो वायरल किया है। वीडियो में वो है ही नहीं। किसी ने साजिश रची है। पुलिस में शिकायत करेगी।’
अपनी राय बतायें