मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के एक फ़ैसले ने सीएम पद की रेस में शामिल रहे नरोत्तम मिश्रा और उनके समर्थकों की ‘नींद उड़ाकर’ रख दी है। शिवराज ने उस आईएएस अफ़सर को अपना प्रमुख सचिव नियुक्त किया है, जिसने हजारों करोड़ रुपयों वाले मध्य प्रदेश के बहुचर्चित ई-टेंडर घोटाले का पर्दाफाश किया था।
मप्र: कुर्सी संभालते ही एक्शन में आये शिवराज, नरोत्तम मिश्रा के कतरेंगे पर!
- मध्य प्रदेश
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- 29 Mar, 2020

सीएम की कुर्सी संभालते ही शिवराज सिंह चौहान ने अपने सियासी प्रतिद्वंद्वी नरोत्तम मिश्रा की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। लगता है कि शिवराज उन्हें ज्यादा तवज्जो देने के मूड में नहीं हैं।
मुख्यमंत्री की कुर्सी संभालने के बाद शिवराज ने रविवार को जैसे ही 1992 बैच के आईएएस मनीष रस्तोगी की प्रमुख सचिव के रूप में नियुक्ति की, बीजेपी में खुसर-पुसर शुरू हो गई। मिश्रा समर्थकों में ज्यादा ‘बेचैनी’ दिखाई दी। रस्तोगी वही अधिकारी हैं, जिन्होंने राज्य विद्युत विकास निगम का एमडी रहते हुए विधानसभा चुनाव 2018 से ठीक पहले ई-टेंडर प्रक्रिया की आंतरिक जांच कराई थी।