मध्य प्रदेश की सत्ता की चाबी माने जाने वाले अन्य पिछड़ा वर्ग यानी ओबीसी को स्थानीय सरकार के चुनावों में आरक्षण देने के मसले पर सियासत और गर्मा गई है। दरअसल, सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को लेकर लगी याचिकाओं पर सुनवाई का काम शुक्रवार को पूरा करते हुए फ़ैसला सुरक्षित रख लिया। कोर्ट अब 10 मई को मामले में अपना फ़ैसला सुनायेगा।
एमपी: ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पूरी; राजनीति तेज
- मध्य प्रदेश
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- 6 May, 2022

मध्य प्रदेश में स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण पर सुप्रीम कोर्ट का फ़ैसला जो भी आए, राजनीतिक दलों में सियासत तेज़ होना तय है। जानिए, बीजेपी और कांग्रेस ने अभी ही कैसी प्रतिक्रिया दी है।
सुप्रीम कोर्ट अपने निर्णय में सुनिश्चित करेगा, ‘पंचायत और स्थानीय निकाय के चुनावों में अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण का लाभ दिया जाएगा अथवा नहीं?’ सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को मामले की सुनवाई करते हुए कई जानकारियों पर मध्य प्रदेश की सरकार को जोरदार फटकार लगाई थी। सुप्रीम कोर्ट ने दो साल से स्थानीय निकायों की क़रीब 24 हजार सीटें खाली रहने पर हैरानी जताते हुए दो टूक कहा था, ‘ओबीसी को आरक्षण नहीं देने पर आसमान नहीं गिर पड़ेगा।’