मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ‘संकट’ में हैं। यादव ने 13 दिसंबर 2024 को मुख्यमंत्री पद संभाला था। साल पूरा होने वाला है, लेकिन राजनीतिक तौर पर मोहन यादव सेट नहीं हो पाये हैं। उन्हें ‘बाहर’ (विपक्ष) से कहीं ज्यादा चुनौतियां ‘घरवालों’ (काबीना एवं बीजेपी संगठन के सहयोगियों) से पेश आ रही हैं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री का पद मिलने के बाद भी मोहन यादव के सेट न होने पाने की खास वजह, मध्य प्रदेश के दिग्गज नेताओं की वो टोली है - जिसे, मोदी-शाह की मर्जी (सीएम मोहन यादव) को, न चाहते हुए भी झेलना पड़ रहा है। याद रहे मोहन यादव सरकार में विधानसभा के स्पीकर पद पर नरेन्द्र सिंह तोमर विद्यमान हैं। केन्द्र में मंत्री रहे तोमर, मध्य प्रदेश भाजपा की राजनीति के पुराने धुरंधर हैं।