नाथूराम गोडसे के महिमा मंडन को लेकर सुर्खियों में रहने वाला मध्य प्रदेश राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बलिदान दिवस 30 जनवरी के ठीक पहले पुनः चर्चाओं में है। चर्चा की वजह, राज्य सरकार का वह आदेश है जो शुक्रवार 28 जनवरी को जारी हुआ है। लंबे-चौड़े आदेश में तमाम दिशा-निर्देशों के साथ 30 जनवरी को दो मिनट का मौन रखे जाने का आह्वान है, लेकिन पूरे आदेश में बापू के नाम अथवा देश के लिए गांधी जी द्वारा अपने प्राणों की आहुति दे दिए जाने का कहीं भी उल्लेख नहीं है।