मध्य प्रदेश में सोमवार को बड़ा सड़क हादसा हो गया। हादसे में 40 से ज़्यादा यात्रियों की जलसमाधि की आशंका है। राहत और बचाव कार्य के दौरान 13 शव निकाल लिये गये हैं।
जानकारी के अनुसार, हादसा इंदौर से 90 किलोमीटर दूर खलघाट पुल पर सुबह हुआ। टू-लेन पुल पर एक वाहन को ओवरटेक करते समय बस बेकाबू होकर रैलिंग तोड़ते हुए उफनती नर्मदा नदी में जा समाई।
बस महाराष्ट्र रोडवेज की थी। वह इंदौर से अमलनेर जा रही थी। हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय लोगों और प्रशासन के साथ-साथ आला अफसर मौके पर पहुँच गये हैं।
राहत और बचाव कार्य के प्रयास शुरू हुए, लेकिन बारिश की वजह से काफी दिक्कतें पेश आयीं। सूचनाओं के अनुसार अब तक 13 शव बरामद कर लिये गये हैं।
शवों में 8 पुरूष, चार महिलाएं और एक बच्चा शामिल है। राहत और बचाव का कार्य अभी भी जारी है।
राहत और बचाव कार्य में लगे मेडिकल अमले में शामिल एक एम्बुलेंस के ड्राइवर ने कहा, ‘अब तक के राहत और बचाव कार्य में कोई भी यात्री जिंदा नहीं मिला है।’
सूचनाओं के अनुसार बस में 40 से ज़्यादा यात्री सवार थे, हालांकि यात्रियों की सही और कुल संख्या को लेकर अधिकारिक तौर पर अभी किसी भी तरह की पुष्टि नहीं की गई है। यह संख्या 55 तक बताई गई है।
बस दुर्घटना में मृतकों के परिवारजनों को मध्यप्रदेश शासन द्वारा 4-4 लाख रुपए की राहत राशि प्रदान की जाएगी। इंदौर संभागायुक्त डॉक्टर पवन कुमार शर्मा और पुलिस महानिरीक्षक राकेश गुप्ता खलघाट पहुँच गए हैं। उन्होंने तेज बरसात के बीच राहत कार्य का मुआयना किया।
बताया जा रहा है कि इंदौर से 12 लोग बस में सवार हुए थे और खलघाट तक पहुंचने के दौरान बस कहां-कहां रुकी और कितने लोग सवार हुए अथवा उतरे हैं उनकी कोई जानकारी फिलहाल स्पष्ट नहीं है। नर्मदा नदी के आगे भी एसडीआरएफ और अन्य टीम रेस्क्यू ऑपरेशन कर रही हैं। धामनोद में शवों का पोस्टमार्टम किया जा रहा है।
शिवराज सिंह ने की शिंदे से बात
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फोन पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से बात कर घटना की जानकारी दी और दुःख जताया। मुख्यमंत्री चौहान ने गृहमंत्री अमित शाह से भी फोन पर चर्चा कर उन्हें खलघाट में हुई बस दुर्घटना की जानकारी दी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल पर मौजूद हैं और राहत एवं बचाव कार्य में जुटे हैं।
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