लोकसभा चुनाव 2019 के एग्ज़िट पोल के नतीजों के बाद मध्य प्रदेश में सरकार ‘गिराने और बचाने’ का ‘खेल’ तेज़ हो गया है। चुनाव परिणामों की अंतिम तसवीर 23 मई को मतगणना के बाद स्पष्ट होगी, लेकिन मध्य प्रदेश में राजनीतिक उठापटक तेज़ हो गई है। मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मंगलवार को भोपाल में लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों और पार्टी विधायकों से विचार-विमर्श किया। कमलनाथ ने फ़्लोर टेस्ट (सदन में बहुमत साबित करने) के लिये तैयार होने के अपने दावे को दोहराते हुए आरोप लगाया, ‘सत्ताच्युत होने से बेचैन बीजेपी ख़रीद-फ़रोख़्त पर आमादा हो गई है और कांग्रेस विधायकों को पाला बदलने के लिए बड़ा लालच दिया जा रहा है।’