खरगोन में हिंसा के बाद दिव्यांग वसीम अहमद शेख की गुमटी किसने गिराई थी? इस पर अब तक दो अलग-अलग बयान दे चुके वसीम अहमद ने अब सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने दावा किया है कि उन्होंने इसपर बयान नहीं बदला बल्कि ‘क्षेत्र में शांति सद्भाव के लिए प्रशासन ने ऐसा बयान दिलवाया’ था। वसीम ने आरोप लगाया है कि प्रशासन के कहने पर उन्होंने कह दिया था कि उनकी गुमटी को प्रशासन ने नहीं गिराया था। तो क्या वसीम पर बयान बदलने के लिए दबाव था?
खरगोन: दिव्यांग वसीम क्यों पलटे? अब सनसनीखेज़ खुलासा!
- मध्य प्रदेश
- |
- |
- 19 Apr, 2022

खरगोन में हिंसा के बाद चर्चा में आए दिव्यांग वसीम अहमद शेख क्या अपने बयान बार-बार बदल रहे हैं? क्या वह खुद से बयान बदल रहे हैं या उनपर इसके लिए दबाव है? जानिए वसीम अहमद की सफाई।
वसीम शेख ने ‘सत्य हिन्दी’ से फोन पर बातचीत में बताया है, ‘सोमवार रात साढ़े आठ और नौ बजे के बीच खरगोन नगर पालिका की सीएमओ प्रियंका पटेल उनके घर आयी थीं। कई सारे ‘लोग’ (उसे नहीं मालूम अधिकारी/कर्मचारी थे या कोई अन्य) तथा तीन पुलिस वाले भी उनके साथ पहुंचे थे।’