पुरानी कहावत है, ‘सौ सुनार की और एक लोहार की।’ मध्य प्रदेश के ताज़ा राजनीतिक हालातों पर इस कहावत को दोहराया जाए तो इस संदर्भ में कुछ यूँ ही कहा जायेगा, ‘सौ बीजेपी की और एक कमलनाथ की।’ यही साबित किया है कमलनाथ ने बीजेपी के दो विधायकों को तोड़ कर। बीजेपी के दो विधायकों, मैहर सीट से नारायण त्रिपाठी और ब्यौहारी से शरद कोल ने विधानसभा में एक बिल पर कांग्रेस के लिए वोट किया था। जिस तरह से बीजेपी ‘फु़लफ़ॉर्म’ में चल रही है उसमें यदि कमलनाथ ने बीजेपी के दो विधायकों को तोड़ लिया तो यह सामान्य बात नहीं है। बीजेपी के क़िले में सेंध लगाना आसान नहीं है। कमलानाथ के इस ‘मास्टर स्ट्रोक’ के पीछे क्या रही रणनीति? वह कैसे बीजेपी को मात दे पाए?
‘मज़बूत’ बीजेपी के क़िले में कमलनाथ ने कैसे लगाई सेंध?
- मध्य प्रदेश
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- 26 Jul, 2019

जिस तरह बीजेपी ‘फु़लफ़ॉर्म’ में है, उसमें यदि कमलनाथ ने बीजेपी के दो विधायकों को तोड़ लिया तो यह सामान्य बात नहीं है। कमलानाथ के इस ‘मास्टर स्ट्रोक’ के पीछे क्या रही रणनीति?