कोरोना की दूसरी लहर के बीच मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स के अड़ जाने से शिवराज सरकार की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट द्वारा गुरुवार को हड़ताल को अवैध घोषित कर 24 घंटे में काम पर लौटने के आदेश के बाद फाइनल ईयर के स्टूडेंट्स के नामांकन रद्द होने से गुस्साये साढ़े तीन हजार जूनियर डॉक्टर्स ने इस्तीफ़ा दे दिया था।
साढ़े तीन हजार डॉक्टर्स का इस्तीफ़ा, कोर्ट की सख़्ती बेअसर
- मध्य प्रदेश
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- 5 Jun, 2021

स्टाइपेंड बढ़ाने सहित कुल छह सूत्रीय मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। उनकी हड़ताल का आज पांचवां दिन है।
शुक्रवार को भी ये डॉक्टर हड़ताल पर डटे रहे और सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की बात कही। उधर, रेजिडेंट डॉक्टर्स और मेडिकल ऑफ़िसर्स ने भी जूनियर डॉक्टर्स की हड़ताल का समर्थन कर सरकार की मुश्किलों को और बढ़ा दिया।
बता दें कि स्टाइपेंड बढ़ाने सहित कुल छह सूत्रीय मांगों को लेकर मध्य प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स हड़ताल पर हैं। उनकी हड़ताल का आज पांचवां दिन है।