मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का काट-छाँट वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह फँस गये हैं। राज्य पुलिस ने दिग्विजय सिंह समेत एक दर्जन लोगों के ख़िलाफ़ सीएम की छवि धूमिल करने समेत अनेक गंभीर धाराओं में एफ़आईआर दर्ज की है।
मध्य प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से ऑडियो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने का ‘ट्रेंड’ चल रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से लेकर पूर्व केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तक के ऑडियो और वीडियो वायरल हुए हैं।
कमल नाथ की सरकार गिराने से जुड़े सीएम चौहान के एक कथित ऑडियो को लेकर तो राजनीति जमकर गरमाई हुई है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक में सीएम शिवराज सिंह का वायरल ऑडियो सुर्खियों में है।
इसी बीच ऑडियो-वीडियो वायरल करने के ‘ट्रेंड’ के बीच गत दिवस शिवराज सिंह का नौ सेकंड का एक नया वीडियो वायरल हुआ। इस वीडियो में शिवराज आबकारी अमले की ना केवल ‘क्लास’ लेते नज़र आ रहे हैं, बल्कि कथित तौर पर यह भी ताकीद देते दिख रहे हैं कि- ‘क्या कर रहा है यह आबकारी अमला - काहे के लिए बैठा है, दारू इतनी फैला दो प्रदेश में, पीये और पड़े रहें।’
शिवराज का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो सरकार हरकत में आ गई। मुख्यमंत्री सिंह ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर कमल नाथ सरकार के दौरान का 2 मिनट 19 सेकेंड का वह ऑरिजनल वीडियो भेजा, जिसमें वह मध्य प्रदेश के बिगड़ते हालातों पर नाथ सरकार को आड़े हाथों ले रहे हैं। शिवराज के 21 जनवरी 2020 के इस वीडियो में वह नाथ सरकार की शराब नीति के लिए भी आलोचना कर रहे हैं।
रिपोर्ट में कहा गया है कि शिवराज के कुल 2 मिनट 19 सेकेंड के पुराने वीडियो में शराब नीति की आलोचना वाले 9 सेकंड के हिस्से को काटकर भ्रम फैलाया गया। ‘कूटरचित’ वीडियो को पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया पर वायरल किया। उनके बाद अन्य कांग्रेसी भी वायरल करते रहे। इसे लेकर मध्य प्रदेश बीजेपी ने पुलिस में शिकायत की।
शिकायत के बाद मध्य प्रदेश पुलिस ने मानहानि और कूटरचना समेत दिग्विजय सिंह और 11 अन्य लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने दिग्विजय सिंह समेत सभी आरोपियों के ख़िलाफ़ धारा 500, 501, 505 (1) बी और आईटी एक्ट 67 लगाई है।
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