मध्य प्रदेश के मंत्री से एफ़आईआर की धमकी मिलने के बाद देश के जाने-माने डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने मंगलसूत्र का विज्ञापन सोशल मीडिया प्लेटफार्म इंस्ट्राग्राम से हटा लिया। इसके साथ ही मुखर्जी के ग्रुप ने खेद भी जता दिया है कि विज्ञापन से यदि वर्ग विशेष को ठेस पहुँची है तो इसका ग्रुप को दुःख है।
मुखर्जी के विज्ञापन पर बवाल हो रहा था। कई सूबों से विज्ञापन के ख़िलाफ़ आवाज़ उठ रही थी। हिन्दू संगठनों ने गहरा ऐतराज़ जताते हुए विज्ञापन को धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने वाला क़रार दिया था। एतराज़ जताने वाले संगठनों का आरोप था कि हिन्दू त्योहारों के समय ‘क्रिएटिविटी’ की आड़ में कुछ लोग जान-बूझकर भावनाओं को आहत करते हैं।
इधर मध्य प्रदेश की सरकार ने विज्ञापन को लेकर न केवल गहरी आपत्ति जताई थी, बल्कि मुखर्जी को 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था।
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने रविवार को चेतावनी देते हुए कहा था, ‘मुखर्जी ने हिन्दू समुदाय की भावनाओं को भड़काने वाला मंगलसूत्र का विज्ञापन 24 घंटे में नहीं हटाया तो एफ़आईआर दर्ज करते हुए उनके ग्रुप और ब्रांड के ख़िलाफ़ क़ानूनी कार्रवाई की जाएगी।’
मध्य प्रदेश सरकार की चेतावनी के बाद सब्यसाची मुखर्जी द्वारा डिजाइन किया गया विज्ञापन रविवार देर रात को सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म से हटा दिया गया।
विवाद पैदा करने वाले विज्ञापन को हटाने की कार्रवाई के साथ सब्यसाची ब्रांड की ओर से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी शेयर की गई है। इस पोस्ट में लिखा गया है, ‘हम इस बात से दुःखी हैं कि विज्ञापन से एक वर्ग विशेष को ठेस पहुंची है, इसीलिए हम इसे वापस ले रहे हैं।’
इस वजह से था विज्ञापन को लेकर विवाद!
सब्यसाची मुखर्जी ने इसी सप्ताह ज्वेलरी कलेक्शन का एक सेट लांच किया है। इस कलेक्शन को उन्होंने ‘द रॉयल बंगाल टाइगर आइकॉन’ नाम दिया है। विवाद ‘द रॉयल बंगाल मंगलसूत्र 1.2’ नाम के थीम पर है। असल में विज्ञापन में एक महिला और पुरुष को दिखाया गया है। महिला ने विज्ञापन में काले रंग की इंटिमेट ड्रेस के साथ मंगलसूत्र भी पहना हुआ है।
विज्ञापन सोशल मीडिया पर भी चल रहा है। विज्ञापन पर तीखी आपत्ति जताई जा रही है। लोग सवाल उठा रहे हैं, ‘यह मंगलसूत्र का विज्ञापन कहाँ से दिख रह है?’ विज्ञापन में भूमिका का निर्वहन करने वाली महिला का नाम वर्षिता तटावर्ती और पुरुष का नाम प्रतेयिक जैन है।
गृहमंत्री बोले- अगली बार सीधे कार्रवाई
राज्य के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार सुबह मीडिया से कहा, ‘सब्यसाची मुखर्जी ने हिन्दू भावनओं को आहत करने वाला विवादास्पद विज्ञापन सोशल मीडिया से हटा लिया है, इसलिए फ़िलहाल हमारी ओर से मामले का पटाक्षेप मान लीजिए। लेकिन हम इसके साथ ही स्पष्ट कर रहे हैं मुखर्जी, डाबर और इन जैसी अन्य कंपनियों ने पुनः हिन्दू भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले कृत्य किए तो अगली बार चेतावनी नहीं देंगे, सीधी कार्रवाई करेंगे।’
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