लगता है कि जानलेवा संक्रमण कोरोना से मौत के खौफ़ ने रिश्तों की संवेदनशीलता को भी ख़त्म कर दिया है! क़रीब पचास किलोमीटर का सफर पैदल तय कर पति के साथ इंदौर से अपने मायके उज्जैन पहुँची एक बेटी को माँ ने इस कारण घर में नहीं घुसने दिया कि, ‘तुम्हें घर में एंट्री दी तो हम भी मुसीबत में आ जायेंगे।’
कोरोना दहशत: 50 किमी पैदल चल आए बेटी-दामाद को नहीं दी घर में एंट्री
- मध्य प्रदेश
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- 6 Apr, 2020

क़रीब पचास किलोमीटर का सफर पैदल तय कर पति के साथ इंदौर से अपने मायके उज्जैन पहुँची एक बेटी को माँ ने इस कारण घर में नहीं घुसने दिया कि, ‘तुम्हें घर में एंट्री दी तो हम भी मुसीबत में आ जायेंगे।’
इंदौर से पैदल चलकर कई उम्मीदों के साथ मायके उज्जैन पहुँची इस महिला का नाम निलोफर है। वह इंदौर के अत्यधिक कोरोना संक्रमित क्षेत्र टाटपट्टी बाखल से लगे कागजीपुरा में रहती है। निलोफर का कहना है कि उसके तीन बेटों को पुलिस उठाकर ले गई है। उसके घर को स्वास्थ्य महकमे ने सील कर दिया है। बेटों को कहाँ ले जाया गया है? उसे नहीं मालूम है।