लगता है कि जानलेवा संक्रमण कोरोना से मौत के खौफ़ ने रिश्तों की संवेदनशीलता को भी ख़त्म कर दिया है! क़रीब पचास किलोमीटर का सफर पैदल तय कर पति के साथ इंदौर से अपने मायके उज्जैन पहुँची एक बेटी को माँ ने इस कारण घर में नहीं घुसने दिया कि, ‘तुम्हें घर में एंट्री दी तो हम भी मुसीबत में आ जायेंगे।’