मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव में हार के बाद कांग्रेस ने इसकी समीक्षा करनी शुरु कर दी है। इस हार के बाद कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में पार्टी संगठन में बड़ा बदलाव करते हुए कमलनाथ की जगह जीतू पटवारी को प्रदेश कांग्रेस का नया अध्यक्ष बनाया गया है।
वहीं कांग्रेस ने चौथी बार के विधायक उमंग सिंघार को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। जबकि भिंड के अटेर से विधायक हेमंत कटारे को विपक्ष का उप नेता बनाया है। उन्होंने इस चुनाव में शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रहे अरविंद भदौरिया को हराया था।
कमलनाथ मध्य प्रदेश में कांग्रेस के चेहरा रहे हैं। उनके नेतृत्व में ही पार्टी ने मध्य प्रदेश विधानसभा का चुनाव लड़ा था। वह मध्य प्रदेश में कांग्रेस के सबसे ताकतवर नेता माने जाते हैं।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की हार के बाद यह माना जा रहा था कि पार्टी कमलनाथ को पद से हटा सकती है। इसमें देरी होने के कारण सवाल उठने लगा था कि कांग्रेस उनका इस्तीफा लेने में क्यों देरी कर रही है। कांग्रेस ने यह बदलाव कर साफ संकेत दे दिया है कि राज्य में अब कांग्रेस का चेहरा बदलेगा।
जीतू पटवारी कांग्रेस के कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं। उनका जन्म नवंबर 1973 में हुआ था। जीती पटवारी पहली बार 2013 में राऊ विधानसभा से विधायक चुने गए थे। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया पैनलिस्ट भी रह चुके हैं।
वह मध्यप्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष भी रहे थे। 2023 के विधानसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा है। मध्य प्रदेश में 2018 में बनी कांग्रेस सरकार में वह उच्च शिक्षा, युवा और खेल मामलों के कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं।
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जाति समीकरणों को ध्यान में रखकर लिया है फैसला
जीतू पटवारी, उमंग सिंघार, हेमंत कटारे को अहम जिम्मेदारी देने में कांग्रेस ने जाति समीकरणों का खासतौर से ध्यान रखा है। जीतू पटवारी इंदौर जिले के राउ से विधायक रह चुके हैं लेकिन इस बार वह चुनाव हार चुके हैं। इसके बावजूद उनकी संगठन क्षमता को देखते हुए कांग्रेस ने उन्हें यह अहम जिम्मेदारी दी है।वह ओबीसी समाज से आते हैं। कांग्रेस मध्य प्रदेश में ओबीसी वोटरों को साधने में लगी है। भाजपा ने मोहन यादव को मध्य प्रदेश का सीएम बनाकर ओबीसी वोटरों पर ही अपनी पकड़ को मजबूत बनाए रखने की कोशिश की है।
इसका मुकाबला करने के लिए कांग्रेस ने भी अपना प्रदेश अध्यक्ष ओबीसी समाज के व्यक्ति को बनाया है। दूसरी तरफ उमंग सिंघार धार जिले की गंधवानी सीट से विधायक हैं। वह आदिवासी वर्ग से आते हैं और पूर्व उप मुख्यमंत्री रहीं जमुना देवी के भतीजे हैं।
जबकि हेमंत कटारे भिंड जिले के अटेर विधानसभा सीट से विधायक हैं। वह ब्राह्मण समाज से आते हैं, उनके दिवंगत पिता सत्यदेव कटारे भी कांग्रेस की तरफ से नेता प्रतिपक्ष रह चुके हैं।
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कमलनाथ ने जीतू पटवारी को दी बधाई
जीतू पटवारी को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने पर कांग्रेस नेता कमलनाथ ने बधाई दी है। अन्य दोनों नेताओं को भी उन्होंने बधाई और शुभकामनाएं दी हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा है कि जीतू पटवारी को मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष बनाए जाने, उमंग सिंघार को कांग्रेस विधायक दल का नेता एवं हेमंत कटारे को उपनेता मनोनीत किए जाने पर हार्दिक शुभकामनाएं।जीतू पटवारी के मध्य प्रदेश कांग्रेस के नए प्रमुख बनने के साथ ही माना जा रहा है कि अब राज्य कांग्रेस में कमलनाथ-दिग्विजय सिंह युग समाप्ति की ओर है। इस बार जीतू पटवारी अपनी इंदौर सीट हार गए लेकिन पार्टी ने उनपर कमलनाथ और दिग्विजय सिंह से ज्यादा भरोसा किया है।
वह युवा हैं और पार्टी के जमीनी स्तर के नेता है। संगठन के काम का भी उन्हें अनुभव है। पार्टी को 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी करनी है। लोकसभा चुनाव में अब काफी कम समय बचा है। ऐसे में उनके सामने चुनौतियां भी बड़ी हैं।
मध्य प्रदेश में कांग्रेस की भले ही हार हो चुकी है लेकिन उसके वोट शेयर अब भी कमोबेश बरकरार है। यही कारण है कि कांग्रेस को अभी भी उम्मीद है कि अगर नई लीडरशिप राज्य में मेहनत करे तो लोकसभा चुनाव में बाजी पलट सकती है और कांग्रेस को राज्य में भाजपा से ज्यादा सीटें मिल सकती हैं।
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