विश्वव्यापी कोरोना महामारी और लाॅकडाउन की वजह से मध्य प्रदेश की देवास बैंक नोट प्रेस में पिछले क़रीब छह सप्ताह से नोटों की प्रिंटिंग का काम ठप है। ऐसे में सवाल उठता है कि कहीं इस कारण देश भर में नोट की कमी तो नहीं हो जाएगी? क्योंकि यदि ऐसा हुआ तो मौजूदा संकट और भी बढ़ सकता है। ऐसे संकट का सामना तब हुआ था जब नोटबंदी के बाद देश भर में नकदी कम पड़ गई थी और बैंकों और एटीएम के बाहर लंबी-लंबी लाइनें लग गई थीं। हालाँकि प्रिंटिंग प्रेस के अधिकारियों का कहना है कि नोट का स्टॉक पर्याप्त पड़ा हुआ है। इसके साथ ही 17 मई तक बढ़ाए गए ‘लाॅकडाउन-3’ में दी गई छूटों के बीच, कारखाना प्रबंधन बेपटरी हो चुके नोट छपाई के काम को फिर से पटरी पर लाने की जुगत में भी जुटा हुआ है।
देवास प्रेस में 40 दिन से नोटों की छपाई बंद?
- मध्य प्रदेश
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- 5 May, 2020

विश्वव्यापी महामारी कोरोना संक्रमण और लाॅकडाउन की वजह से मध्य प्रदेश की देवास बैंक नोट प्रेस में पिछले क़रीब छह सप्ताह से नोटों की प्रिंटिंग का काम ठप है।
देवास बैंक नोट प्रेस हर साल 450 करोड़ रुपये के आसपास के नोटों की छपाई करता है। इस कारखाने में 100 और 500 के नोट छापे जाते हैं। दस-दस घंटे वाली दो पालियों में 365 दिन काम होता है। देवास नोट प्रेस में अफ़सरों और कर्मचारियों की संख्या क़रीब 1100 है।