देश के सबसे साफ़-सुथरे ‘नंबर वन शहर’ के तमगे से दो बार नवाज़े गए इंदौर में कोरोना का कहर थमने का नाम क्यों नहीं ले रहा है? क्या इसके लिए लापरवाहियाँ ज़िम्मेदार नहीं है? यदि ऐसा नहीं है तो कोरोना हाॅटस्पाॅट इंदौर में एक सांसद के मोहल्ले में अफ़सरों द्वारा ‘प्रोटोकाॅल’ को ताक पर रखे जाने का मामला क्यों आ रहा है? और क्यों विधायक बड़ी संख्या में लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं? बेहद मुश्किल लड़ाई के वक़्त प्रशासन द्वारा प्रोटोकाॅल को लेकर लापरवाही बरतने और नेताओं द्वारा कोरोना को राजनीति चमकाने का ज़रिया बनाने के प्रयासों ने आम आदमी के लिए ख़तरे को और बढ़ा दिया है।
इंदौर बीजेपी सांसद की दबंगई? कोरोना मरीज़ मिलने पर भी कॉलोनी सील नहीं
- मध्य प्रदेश
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- 7 May, 2020

कोरोना हाॅटस्पाॅट इंदौर में एक सांसद के लिए ‘प्रोटोकाॅल’ को ताक पर रखे जाने का मामला क्यों आ रहा है? और क्यों विधायक बड़ी संख्या में लोगों के साथ बैठक कर रहे हैं?
मध्य प्रदेश की व्यावसायिक नगरी इंदौर देश के सबसे बड़े कोरोना हाॅटस्पाॅट वाले शहरों की टाॅप लिस्ट में बना हुआ है। इंदौर में अब तक क़रीब 1700 कोरोना पाॅजिटिव मरीज़ मिल चुके हैं। राज्य में सबसे ज़्यादा 81 मौतें अब तक इंदौर में ही दर्ज हुई हैं। दर्जनों बस्तियाँ कोरोना से बुरी तरह प्रभावित हैं। हर दिन नये रोगी और बड़ी संख्या में कोरोना संदिग्ध मिल रहे हैं।