मध्य प्रदेश में नवंबर में विधानसभा के चुनाव संभावित है। लेकिन सूबे में पार्टी की हालत खस्ता होने की सूचनाओं ने केन्द्रीय नेतृत्व की चिंता बढ़ा रखी है। यही वजह है कि प्रधानमंत्री से लेकर केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश को भरपूर वक्त दे रहे हैं। बार-बार मध्य प्रदेश आ रहे हैं। हालांकि मंगलवार को अमित शाह का भोपाल दौरा अचानक हुआ। उनके ‘औचक दौरे’ की सूचना आने के बाद से ही राज्य भाजपा में सियासी पारा गरमा गया था। राज्यपाल मंगूभाई पटेल से मुलाकात करने वालों की मंगलवार की सूची स्टाफ के हाथों में पहुंची और इसकी भनक लगी तो मीडिया वाले सक्रिय हो गए।