तमाम आरोप-प्रत्यारोपों के बीच शिवसेना ने भारतीय जनता पार्टी से कह दिया है कि महाराष्ट्र में गठबंधन तभी होगा जब उसे बड़ा भाई माना जाएगा। शिवसेना ने स्पष्ट कर दिया है कि 1995 के बाल ठाकरे के फ़ॉर्मूले के आधार पर ही बीजेपी के साथ गठबंधन किया जा सकता है। इस फ़ॉर्मूले के अनुसार विधानसभा में शिवसेना-बीजेपी में सीटों का बंटवारा 171-117 सीटों का होता था। लेकिन 2014 में मोदी लहर में लोकसभा चुनाव में मिली बड़ी जीत के बाद बीजेपी, शिवसेना को 171 तो दूर 152 सीटें भी देने को तैयार नहीं हुई और गठबंधन टूट गया।