राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और विश्व हिन्दू परिषद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी को एक बार फिर मोहलत दे दी है। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को नैनीताल में कहा कि राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा चुनाव बाद एक फिर ज़ोर शोर से उठाया जाएगा, भले ही किसी की सरकार हो। उन्होंंने ज़ोर देकर कहा कि राम मंदिर का निर्माण कुंभ में हुए धर्म संसद के फ़ैसले के अनुरूप ही होगा। इसके एक दिन पहले ही विश्व हिन्दू परिषद के संयुक्त महासचिव सुरेंद्र जैन ने राम जन्मभूमि आंदोलन को अगले 4 महीनों तक स्थगित रखने का एलान किया था। ये फ़ैसले अगले लोकसभा चुनाव को ध्यान में रख कर ही किए गए हैं। इसके साथ ही पिछले दिसम्बर में साधू-संतों के दिल्ली सम्मेलन में राम मंदिर को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की जो तैयारी शुरू की गयी थी, उसका पटाक्षेप भी हो गया।