कांग्रेस महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनने के बाद प्रियंका गांधी शनिवार को दूसरी बार लखनऊ में होंगी। उनकी सक्रियता और ज़मीनी स्तर पर तैयारियाँ साफ़ इशारा करती हैं कि सपा-बसपा गठबंधन का जूनियर पार्टनर बन कर उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के उतरने की संभावनाएँ ख़त्म होती जा रही हैं।