काले धन पर कांग्रेस को घेरने और इसे पूरी व्यवस्था से ख़त्म करने का दावा करने वाली भारतीय जनता पार्टी इस मुद्दे पर अब ख़ुद कटघरे में खड़ी दिखती है। नोटबंदी का विरोध करने वालों को काले धन का समर्थक बताने वाली नरेंद्र मोदी सरकार पर आरोप लग रहा है कि वह काले धन को बढ़ावा दे रही है। इलेक्टोरल बॉन्ड के ज़रिए अरबों रुपये का चंदा उगाहने वाला सत्तारूढ़ दल यह क़तई नहीं बताना चाहता है कि उसे किसने और कितने पैसे दिए। सवाल उठता है कि वह ऐसा क्यों कर रहा है।