आम तौर पर धार्मिक मुद्दों से दूर रहने वाले दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल लोकसभा चुनावों में मुसलिम वोट हासिल करने के लालच में दिल्ली की मसजिदों के इमामों की शरण में पहुँच गए हैं। इमामोंं के साथ हुई एक अहम बैठक में अरविंद केजरीवाल ने एलान किया कि वह पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की जोड़ी को केंद्र की सत्ता से बेदख़ल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैंं। केजरीवाल ने यह भी एलान किया कि प्रधानमंत्री पद के लिए मोदी के अलावा किसी का भी समर्थन कर सकते हैं।
क्या केजरीवाल को मुसलिम वोट खिसकने का डर है?
- चुनाव 2019
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- 23 Feb, 2019

केजरीवाल सरकार ने दिल्ली के इमामों और मुअज़्ज़िनों का वेतन बढ़ा दिया है। इस फ़ैसले को मुसलिम तुष्टिकरण की कोशिश माना जा रहा है।