पश्चिम उत्तर प्रदेश में पहले दो चरणों में होने वाले मतदान के लिए नामांकन का समय ख़त्म हो चुका है। उत्तर प्रदेश में बाक़ी के चरणों में होने वाले मतदान के लिए सीटों पर क़रीब-क़रीब सभी प्रमुख दलों के प्रत्याशी तय होते जा रहे हैं। बीजेपी और कांग्रेस के बामुश्किल डेढ़ दर्ज़न प्रत्याशी तय होने बाक़ी रह गए हैं। पश्चिम उत्तर प्रदेश में जहाँ पहले चुनाव होने जा रहा है, क़रीब 14 सीटों पर 25 से 45 फ़ीसदी तक अल्पसंख्यक मतदाता हैं। आश्चर्यजनक रूप से हर बार मुसलिम राजनीति के केंद्र में रहने वाले इन इलाक़ों में रहस्यमय चुप्पी का नज़ारा है। शायद आज़ादी के बाद यह पहली बार है कि ज़्यादातर दलों से सबसे कम मुसलिम प्रत्याशी इस बार के चुनाव में उतरे हैं। अमूमन हर चुनाव से पहले अपनी माँगें, घोषणापत्र से लेकर तमाम वाजिब ग़ैर-वाजिब माँगें लेकर सामने आने वाली संस्थाएँ, उलेमा, नुमाइंदे कहीं नज़र तक नहीं आ रहे हैं।