उत्तर प्रदेश के दौरे पर निकलीं प्रियंका गाँधी का असर साफ़ दिखने लगा है। यह भी साफ़ हो रहा है कि प्रियंका इफ़ेक्ट सबसे ज़्यादा बीजेपी को ही चुभेगा। सोमवार को प्रयाग से शुरू हुए प्रियंका के दौरे में गंगा किनारे बसी ग़ैर-यादव, ग़ैर-जाटव पिछड़ी व दलित जाति के लोगों की भीड़ उमड़ी। उन्हीं जातियों की बहुलता वाले गाँवों, कस्बों में प्रियंका ने मेल मुलाक़ात की। मंगलवार को प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष व चंदौली से सांसद महेंद्रनाथ पांडे की बहू अमृता को वह अपने पाले में खींच लायीं। अमृता पांडे यूपी बीजेपी अध्यक्ष के सगे भाई जीतेंद्र पांडे की बहू हैं।
हालाँकि अमृता के कांग्रेस में आने से कोई ख़ास फ़र्क नहीं पड़ने वाला, लेकिन बीजेपी को एक मनोवैज्ञानिक झटका ज़रूर लगा है।
ख़बर यह भी है कि प्रियंका और अमृता की मुलाक़ात मंगलवार शाम चुनार गेस्ट हाउस में हो गयी है जहाँ अपने पूर्वांचल दौरे के दूसरे दिन प्रियंका ठहरी हैं।
बीजेपी ने ब्राह्मणों को ठगा, मेरा मायका कांग्रेसी : अमृता
प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष की बहू ने कहा कि उनका कांग्रेस से पुराना लगाव रहा है। अमृता पांडे के मुताबिक़ उनका मायका कांग्रेसी है जबिक ससुराल पक्ष के लोग बीजेपी से जुड़े रहे हैं। चंदौली में अमृता बोलीं कि बीजेपी ने समाज के हर वर्ग को ठगा है और ख़ासकर ब्राह्म्णों को भी। कयास लगाए जा रहे हैं कि वाराणसी में कार्यकर्ता सम्मेलन में अमृता पांडे विधिवत कांग्रेस में शामिल हो जाएँगी।
- उत्तर प्रदेश में योगी राज में क्षत्रियों के बोलबाले से ब्राह्मणों की नाराज़गी का मसला प्रदेश बीजेपी में उठता रहा है। इसी नाराज़गी को कम करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने प्रदेश अध्यक्ष इस जाति से बनाया था और योगी के विरोधी कहे जाने वाले शिवप्रताप शुक्ला को राज्यसभा भेज केंद्र में राज्यमंत्री भी बनाया था।
प्रियंका ने लोगों को इंदिरा की याद दिलाई
पूर्वांचल के जिन इलाक़ों में प्रियंका गाँधी का काफ़िला जा रहा है वहाँ कांग्रेस की ज़मीन काफ़ी समय से छिन चुकी है। ख़ुद कांग्रेस नेतृत्व को भी मालूम है कि उसके पास इन इलाक़ों में खोने को कुछ बचा नहीं है। प्रियंका गाँधी के दौरे का ख़ास मक़सद लोगों में इंदिरा की याद को ताज़ा करने और लोगों से उनका कनेक्ट स्थापित करना है। बिलकुल अपनी दादी की तर्ज़ पर प्रियंका गाँवों में बच्चों-महिलाओं से मिल रही हैं और कहीं-कहीं भीड़ जुटने पर कार्यकर्ताओं को सराह रही हैं।मिर्जापुर के चिल्हा कस्बे में मंगलवार को एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं की भगदड़ में एक खोमचे वाले का सामान गिरा तो प्रियंका ने कांग्रेसियों को डाँटा। खोमचे वाले को बुलाकर उसे नुक़सान के बदले पैसे दिए।
लाक्षागृह में छोड़ा स्टीमर, मंदिर और मज़ार पहुँची
सोमवार रात भदोही के लाक्षागृह घाट पर प्रियंका ने स्टीमर से उतर कर सड़क मार्ग से सीतामढ़ी का रुख़ किया जहाँ उन्होंने रात गुजारी। मंगलवार सुबह प्रियंका का काफ़िला मिर्जापुर जनपद में घुसने से पहले भदोही में कई जगह रुका। विंध्याचल के प्रसिद्ध देवी मंदिर में प्रियंका ने घंटों गुजारे और पूजा की। मिर्जापुर में प्रियंका कुंती शाह की मज़ार भी गयीं। यह मज़ार सूफ़ी संत इस्माईल चिश्ती की है जिसकी यहाँ हिन्दुओं व मुसलिमों में ख़ासी मान्यता है। प्रियंका से पहले इस मज़ार पर इंदिरा गाँधी, सोनिया और राहुल भी आ चुके हैं।
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