राजनीतिक गलियारों में कुछ दिनों से यह चर्चा जोरों पर है कि लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद मायावती भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का दामन थाम सकती हैं। अगर ऐसा हुआ तो क्या यह स्वेच्छा से लिया गया निर्णय होगा या फिर किसी दबाव में? 
इस चर्चा के पीछे कुछ कारण हैं। पहला कारण तो यह कि बहुजन समाज पार्टी, जिसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती हैं, तीन बार - 1995, 1997 और 2002 में बीजेपी के साथ मिलकर उत्तर प्रदेश में सरकार बना चुकी हैं।