कल अपने आदरणीय वित्त मंत्री अरुण जेटली का एक नया ब्लॉग पढ़ा। एक के बाद एक ब्लॉग के सामने आने से दिल को सुकून मिला कि वह शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की ओर अग्रसर हैं। यह सबसे सुखद ख़बर है। अब ज़रा उनके लिखे विषयों और उनके विश्लेषण पर गौर किया जाए। जेटली जी के हालिया ब्लॉग से इस बात की पुनः पुष्टि होती है कि अगर ब्रीफ़ या यूँ कहें कि वकालतनामा कमज़ोर हो तो एक बेहतरीन वकील भी अपना संतुलन खो बैठता है।