वरिष्ठ कवयित्री अनामिका का कविता संग्रह 'पानी को सब याद था' गाँव-देहात से लेकर शहरों तक की औरतों का अद्भुत कविता-कोलाज़ है। ये एक ऐसा अलबम है जिसमें स्त्रियों की अनगिनत छवियाँ संजोई गई हैं। ये छवियाँ अतीत की संदूक से ही नहीं निकली हैं, वे वर्तमान की चक्की से भी पैदा हुई हैं और भविष्य की आकांक्षाओं से झाँककर देखती हुई भी हैं।