दिल्ली हाई कोर्ट के पूर्व जज कैलाश गंभीर ने सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति के मसले पर कॉलिजियम के फ़ैसला बदलने से नया विवाद पैदा हो गया है। न्यायपालिका से जुड़े लोगों में काफ़ी रोष है। इस संदर्भ में पूर्व जज कैलाश गंभीर ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक चिट्ठी लिखी है। चिट्ठी में उन्होंने फ़रियाद की है कि अगर 10 जनवरी के कॉलिजियम के फ़ैसले के तहत जजों की नियुक्ति की जाएगी तो उससे अनर्थ हो जाएगा। उनका कहना है कि देश भर में 32 और जज जस्टिस संजीव खन्ना से सीनियर हैं। लिहाज़ा, वह कॉलिजियम की राय पर अपनी मुहर न लगाएँ। उनकी चिट्ठी इस तरह से है -