तेलुगु फ़िल्मों के सुपर स्टार और तेलुगु देशम पार्टी के संस्थापक एन. टी. रामाराव (एनटीआर) के जीवन पर बनी फ़िल्म की वजह से अचानक पूर्व मुख्यमंत्री नादेण्डला भास्कर राव सुर्खियों में आ गए हैं। मीडिया को दिए उनके इंटरव्यू सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। भास्कर राव ने एनटीआर पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। भास्कर राव ने आंध्र के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू को भी नहीं बख़्शा है। आरोप इतने गंभीर हैं कि इनसे एनटीआर और चंद्रबाबू की छवि पर बुरा असर पड़ने के आसार हैं।
फ़िल्म बनी तो भास्कर राव को एनटीआर ‘गंदे’ लगने लगे
- आंध्र प्रदेश
- |
- |
- 16 Jan, 2019

एनटीआर के जीवन पर बनी फ़िल्म की वजह से पूर्व मुख्यमंत्री नादेण्डला भास्कर राव सुर्खियों में आ गए हैं। दरअसल, भास्कर राव ने एनटीआर पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं।
राजनीतिक संन्यास ले चुके भास्कर राव आखिर क्यों एनटीआर पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं? इसके पीछे एक ख़ास वजह है। हाल ही में एनटीआर के जीवन पर आधारित फ़िल्म बनी है। यह फ़िल्म दो भागों में है। पहले हिस्से में एनटीआर के फ़िल्मी सफ़र को दर्शाया गया है। फ़िल्म 'एनटीआर कथानायकुडु' के नाम से 9 जनवरी को रिलीज़ हुई थी। फ़िल्म का दूसरा और आख़िरी भाग 'एनटीआर महानायकुडु' के नाम से जल्द ही रिलीज़ होगा। इस हिस्से में एनटीआर के राजनीतिक सफ़र को दर्शाया जाएगा। मीडिया के ज़रिए यह बात सार्वजनिक हो गई थी कि फ़िल्म में नादेण्डला भास्कर राव को खलनायक के तौर पर दिखाया जा रहा है। इसी बात से भास्कर राव भड़क गए। वह अब मीडिया की मदद से यह साबित करने की कोशिश में हैं कि वह खलनायक नहीं हैं, बल्कि असलियत में एनटीआर ही सबसे बड़े खलनायक थे।
एनटीआर के साथ थे भास्कर राव
ग़ौर करने वाली बात यह है कि नयी पार्टी बनाने में भास्कर राव ने एनटीआर की मदद की थी। भास्कर राव कांग्रेस में थे और उभरते हुए नेता थे। एनटीआर ने कांग्रेस की नीतियों, ख़ास तौर पर कांग्रेस आलाकमान, प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी के तेलुगु राजनेताओं के प्रति रवैये के ख़िलाफ़ राजनीतिक पार्टी बनाने का फ़ैसला लिया था। एनटीआर ने भास्कर राव से भी सलाह-मशवरा किया था। एनटीआर के अनुरोध पर भास्कर राव ने कांग्रेस छोड़ दी और एनटीआर के साथ जुड़ गए। एनटीआर ने जब एलान किया कि वह तेलुगु देशम पार्टी के नाम से राजनीतिक पार्टी बना रहे हैं तब कई लोग उनकी पार्टी में शामिल हुए।