loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
57
एनडीए
23
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
226
एमवीए
53
अन्य
9

चुनाव में दिग्गज

बाबूलाल मरांडी
बीजेपी - धनवार

आगे

पूर्णिमा दास
बीजेपी - जमशेदपुर पूर्व

आगे

बीजेपी सरकार के धर्मांतरण विरोधी क़ानून को पलटेगा कर्नाटक

कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने पूर्ववर्ती भाजपा सरकार द्वारा लाए गए धर्मांतरण विरोधी कानून को ख़त्म करने का फ़ैसला किया है। इसके साथ ही इसने कृषि उपज विपणन समिति यानी एपीएमसी अधिनियम में किए गए संशोधनों को रद्द करने और स्कूली पाठ्यपुस्तकों में किए गए विवादास्पद बदलाओं को भी रद्द करने का निर्णय लिया है। राज्य में कानून और संसदीय मामलों के मंत्री एच के पाटिल ने गुरुवार को कहा कि कर्नाटक धर्म की स्वतंत्रता के अधिकार का संरक्षण अधिनियम में किए गए बदलाव 5 जुलाई से शुरू होने वाले राज्य विधानसभा के अगले सत्र में निरस्त कर दिए जाएंगे।

कांग्रेस ने चुनाव से पहले वादा किया था कि वह इन क़ानूनों की समीक्षा करेगी और यदि ज़रूरी हुआ तो कर्नाटक में पिछली भाजपा सरकार द्वारा बनाए गए सभी क़ानूनों को ख़त्म करेगी। सिद्धारमैया सरकार की कैबिनेट की आज की बैठक में बीजेपी सरकार में क़ानूनों में किए गए बदलावों को उलटने का फ़ैसला लिया गया।

ताज़ा ख़बरें
बीजेपी द्वारा लाए गए धर्मांतरण विरोधी क़ानूनों पर कांग्रेस ने रोष जताया था और इसे संविधान विरोधी और अल्पसंख्यक विरोधी क़रार दिया था। बीजेपी द्वारा लाए गए अधिनियम के अनुसार, दोषी पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति को 25,000 रुपये के जुर्माने के साथ तीन से पांच साल की कैद हो सकती है। यदि नाबालिगों, महिलाओं या अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति समुदायों के सदस्यों को अवैध रूप से धर्मांतरित किया जाता है तो अपराधी को 10 साल तक की जेल हो सकती है।

पाठ्यक्रमों में बदलाव

कैबिनेट ने आरएसएस के संस्थापक हेडगेवार और सावरकर से संबंधित पाठों को हटाने के साथ-साथ दक्षिणपंथी वक्ता चक्रवर्ती सोलिबेले द्वारा लिखित एक पाठ को हटाने की मंजूरी दी। स्कूली शिक्षा और साक्षरता मंत्री मधु बंगारप्पा ने कहा कि बीजेपी सरकार के तहत पाठ्यपुस्तकों में किए गए संशोधन को खत्म करना कांग्रेस के घोषणापत्र में था।

कर्नाटक से और ख़बरें

उन्होंने कहा, 'पाठ्यपुस्तकें पहले से ही छात्रों के पास हैं। पाठ्यपुस्तकों को देखने के लिए गठित पांच सदस्यीय समिति ने 45 बदलावों की सिफारिश की है, जिसमें कुछ वाक्य और अध्याय शामिल हैं। हम अभी कुछ ही बदलाव करेंगे।' कक्षा 6 से 10 के लिए कन्नड़ और सामाजिक विज्ञान की पाठ्यपुस्तकों में बदलाव किए जा रहे हैं।

अनुशंसित बदलाओं को लगभग 10-15 पृष्ठों की एक पूरक पाठ्यपुस्तक में संकलित किया जाएगा और छात्रों के बीच वितरित किया जाएगा। बंगारप्पा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने जिन पाठों को फिर से शामिल किया है, उनमें समाज सुधारक सावित्रीबाई फुले पर एक अध्याय, डॉ. बी आर आंबेडकर पर एक कविता और जवाहरलाल नेहरू द्वारा उनकी बेटी इंदिरा गांधी को लिखे गए एक पत्र पर एक अध्याय शामिल हैं।

ख़ास ख़बरें

कैबिनेट ने सभी स्कूलों में प्रतिदिन संविधान की प्रस्तावना का पाठ अनिवार्य करने का भी निर्णय लिया। समाज कल्याण मंत्री एच सी महादेवप्पा ने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों में प्रस्तावना की तस्वीर होगी।

कपड़ा और कृषि विपणन मंत्री शिवानंद पाटिल ने कहा कि एपीएमसी अधिनियम में किए गए संशोधनों ने किसानों और व्यापार को नुक़सान पहुँचाया है। उन्होंने कहा, '2019-20 में एपीएमसी का मुनाफा 620 करोड़ रुपये था, जो 2022-23 में घटकर 194 रुपये रह गया।'

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

कर्नाटक से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें